टूटी बिखरी ही सही एक उम्मीद तो पाली है मैने।
तेरे जाने के बाद तेरी याद ही संभाली है मैने।
तू साथ रहे न रहे यह वक़्त तो वैसे भी गुजर ही जायेगा।
बस तन्हाई के लम्हातों में तेरा साथ नही मिल पायेगा।
मैं तरसता रहूंगा तेरे अक्स को खोजता रहूंगा।
तू मिले या न मिले मुझको मैं यूँ ही भटकता रहूंगा।
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