ढूंढ रहा हूँ एक रास्ता।
मिले जो मुझको बाबस्ता।
कहीं तो होगी मंज़िल मेरी।
कहीं तो होगा ठिकाना मेरा।
आज खामोश खड़ा हूँ।
खुद में खोया पड़ा हूँ।
मुझको यूँ खफा ना समझना।
धुंधली सी मेरी याद रखना।
कल मैं फिर उभर आऊंगा।
एक नया ब्यक्तिब लाऊंगा।
आज अगर ठहरा पानी हूँ।
कल तूफ़ान साथ लाऊंगा।
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